ज़ुल्फ़ें भी सुना है कि संवारा नहीं करते,
अंधेरा हर तरफ और मैं दीपक की तरह जलता रहा।
काश कि उनकी नजरों से ऐसी कोई सिफारिश हो जाए।
जो सूख जाये दरिया तो फिर प्यास भी न रहे,
अगर मोहब्बत से पेश आते तो न जाने क्या होता।
न जाने उससे मिलने का इरादा कैसा लगता है,
भटका हूँ Love Quotes तो क्या हुआ संभालना भी खुद को होगा।
जो मेरा हो नहीं पाया, वो तेरा हो नहीं सकता।
सौदा करते हैं लोग यहाँ एहसासों के बदले,
जिंदगी के एक झोंके से सारे पन्ने पलट गए,
मुझे छोड़ने का फैसला तो वो हर रोज करता है,
यह आँसू प्यार का मोती है, इसको खो नहीं सकता,
कि पता पूछ रहा हूँ मेरे सपने कहाँ मिलेंगे?
मगर उसका बस नहीं चलता मेरी वफ़ा के सामने।